Digital Scam: सावधान! एक फ़ोन कॉल से हो सकता है आपका बैंक अकाउंट खाली, ऐसे डिजिटल स्कैम से कैसे बचे? बतायेंगे इस बारे में पूर्ण जानकारी
Digital Scam: डिजिटल युग में जहां तकनीक ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, वहीं इसके साथ ही ऑनलाइन और फोन स्कैम की घटनाओं में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। आज के समय में, एक मामूली फोन कॉल से मिनटों में आपका बैंक खाता खाली हो सकता है। जैसे-जैसे बैंकिंग प्रणाली में इंटरनेट और मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ रहा है, वैसे-वैसे ठगों और स्कैम्स के लिए भी नए रास्ते खुलते जा रहे हैं।
आजकल के अपराधियों ने कई तरह के Digital Scam ईजाद किए हैं, जिनमें फोन कॉल स्कैम सबसे खतरनाक हैं। ये स्कैमर्स इतने शातिर हैं कि सिर्फ एक फोन कॉल में आपका बैंक खाता खाली किया जा सकता है। Digital Scam आज की एक बड़ी समस्या बन चुका है, और इसके लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है।
अगर आप अपनी जानकारी को सुरक्षित रखते हैं और सतर्कता बरतते हैं, तो आप खुद को इन स्कैम्स से बचा सकते हैं। याद रखें, तकनीक के सही उपयोग के साथ ही सुरक्षित रहना भी हमारी जिम्मेदारी है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ये Digital Scam कैसे काम करते हैं, इनके अलग-अलग तरीके क्या हैं और आप इनसे कैसे बच सकते हैं।
Contents
Digital Scam क्या है?
Digital Scam एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जिसमें इंटरनेट, मोबाइल, और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके लोगों को ठगा जाता है। इसमें ठग आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर लोगों की व्यक्तिगत जानकारी, बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड आदि चुराने की कोशिश करते हैं। यह धोखाधड़ी कई प्रकार की हो सकती है, जैसे कि फ़िशिंग, वॉइस फ़िशिंग (वॉइस कॉल द्वारा ठगी), स्किमिंग (ATM या POS मशीन से कार्ड डिटेल्स चोरी करना), QR कोड स्कैम, और नकली वेबसाइट या ऐप के जरिए ठगी।
फ़िशिंग और SMS स्कैम में ठग किसी बैंक, कंपनी या सरकारी संस्था के नाम से नकली लिंक भेजते हैं, जिसे क्लिक करने पर संवेदनशील जानकारी ठगों तक पहुँच जाती है। वॉइस फ़िशिंग में ठग फोन कॉल कर बैंक प्रतिनिधि बनकर OTP या अन्य जानकारी मांगते हैं। स्किमिंग में कार्ड के डिटेल्स चुराने के लिए ATM पर विशेष उपकरण लगाए जाते हैं।
Digital Scam का उद्देश्य लोगों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुँचाना और उनकी निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल करना है। इस धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता और डिजिटल माध्यमों का सुरक्षित उपयोग आवश्यक है, ताकि ठगों के जाल में फंसने से बचा जा सके।
Digital Scam के प्रकार और बचाव के उपाय
डिजिटल स्कैम के प्रकार | विवरण | बचाव के उपाय |
फ़िशिंग (Phishing) | नकली ईमेल या SMS भेजकर लिंक पर क्लिक करने के लिए उकसाना। | संदिग्ध लिंक या SMS पर क्लिक न करें, केवल आधिकारिक वेबसाइट का ही उपयोग करें। |
वॉइस फ़िशिंग | फोन कॉल पर बैंक अधिकारी बनकर OTP, पिन जैसी जानकारी मांगना। | OTP, पिन और पासवर्ड फोन पर किसी को न बताएं। |
स्किमिंग (Skimming) | ATM या POS मशीन पर स्किमिंग डिवाइस लगाकर कार्ड डेटा चोरी करना। | ATM उपयोग करते समय कीपैड छिपाएं, संदिग्ध मशीन से दूर रहें। |
QR कोड स्कैम | नकली QR कोड स्कैन कर पैसा चोरी करना। | केवल भरोसेमंद स्रोतों से ही QR कोड स्कैन करें |
फर्जी वेबसाइट/ऐप | बैंक या कंपनी की नकली वेबसाइट या ऐप बनाकर डेटा चुराना। | ऐप्स और वेबसाइट के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों का उपयोग करें। |
मालवेयर और स्पाई ऐप्स | आपके मोबाइल या कंप्यूटर में मालवेयर इंस्टॉल कर जानकारी चुराना। | एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें और केवल सुरक्षित ऐप्स डाउनलोड करें। |
Phone Call Scam के खतरनाक तरीके
फ़ोन कॉल स्कैम सबसे आम और खतरनाक Digital Scam में से एक हैं। इसमें स्कैमर्स आपको कॉल करके ठगने की कोशिश करते हैं। आइये जानते हैं कुछ सामान्य तरीके:-
1. फ़िशिंग कॉल: फ़िशिंग कॉल में, घोटालेबाज किसी बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी के कर्मचारी होने का दिखावा करते हैं। वे आपसे आपके खाते की जानकारी, जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, या ओटीपी मांगते हैं। वे कह सकते हैं कि आपका खाता बंद होने वाला है या उसमें कुछ गड़बड़ है।
बचाव का तरीका: किसी भी हालत में फोन पर अपनी बैंकिंग डिटेल न दें। अगर आपको कोई दिक्कत आती है तो खुद ही बैंक की आधिकारिक हेल्पलाइन पर कॉल करें।
2. फर्जी लॉटरी घोटाला: इस घोटाले में आपको बताया जाता है कि आपने बड़ी लॉटरी जीती है। लेकिन इसे पाने के लिए आपको कुछ फीस या टैक्स चुकाना होगा। वे आपसे यह रकम उनके खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं।
बचाव का तरीका: याद रखें, यदि आप लॉटरी नहीं खरीदते हैं, तो आप इसे जीत नहीं सकते। ऐसी कॉल्स को तुरंत डिस्कनेक्ट करें।
3. तकनीकी सहायता घोटाला: इस स्कैम में कॉल करने वाला खुद को माइक्रोसॉफ्ट या गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनी का कर्मचारी होने का दावा करता है। वे कहते हैं कि आपके कंप्यूटर में वायरस है और इसे ठीक करने के लिए रिमोट एक्सेस की मांग करता है।
बचाव का तरीका: कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपने कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस न दें। यदि आपको लगता है कि आपके कंप्यूटर में कोई समस्या है, तो किसी विश्वसनीय तकनीशियन से संपर्क करें।
4. केवाईसी अपडेट स्कैम: इस स्कैम में आपको बताया जाता है कि आपकी केवाईसी (नो योर कस्टमर) समाप्त हो चुकी है और इसे अपडेट करना जरूरी है। इसे अपडेट करने के लिए वे आपसे आपका आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर जैसी जानकारी मांगते हैं।
बचाव का तरीका: केवाईसी अपडेट के लिए कभी भी फोन पर जानकारी न दें। अपने बैंक या सेवा प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का उपयोग करें।
5. डिजिटल अरेस्ट स्कैम: यह एक नए किस्म का और बेहद खतरनाक घोटाला है। इसमें घोटालेबाज खुद को पुलिस अधिकारी या सरकारी अधिकारी होने का दिखावा करते हैं। वे कहते हैं कि आपके नाम पर अपराध दर्ज किया गया है और आपको गिरफ्तार किया जाएगा। फिर वे आपसे पैसे मांगते हैं ताकि मामला सुलझ सके।
बचाव का तरीका: हमेशा यह बात याद रखें, कोई भी सच्चा पुलिस अधिकारी फोन पर पैसे नहीं मांगेगा। अगर आपके पास ऐसी कोई कॉल आए तो तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।
Digital Scam से बचने के लिए सामान्य टिप्स
यहाँ कुछ सामान्य टिप्स दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप सुरक्षित रह सकते हैं:
- अनजान कॉल और ईमेल से सावधान रहें: किसी भी अनजान फोन कॉल, ईमेल या SMS पर भरोसा न करें, खासकर जब वे बैंकिंग जानकारी, OTP, या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं। बैंक कभी भी अपने ग्राहकों से फोन पर ऐसी जानकारी नहीं मांगते।
- OTP और पासवर्ड गोपनीय रखें: OTP, पासवर्ड, पिन, या CVV को किसी के साथ साझा न करें, चाहे कॉलर कितना भी विश्वसनीय लगे।
- क्लिक करने से पहले लिंक की जांच करें: फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए स्कैम किए जा सकते हैं। लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच करें और केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही लॉगिन करें।
- एंटीवायरस का उपयोग करें: अपने डिवाइस में अच्छा एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर रखें जो मालवेयर और वायरस से सुरक्षा प्रदान कर सके।
- रिपोर्ट करें: अगर आप किसी भी तरह के डिजिटल स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक और पुलिस को सूचित करें।
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अक्सर पूछे गए प्रश्न
डिजिटल स्कैम का क्या मतलब है?
डिजिटल स्कैम एक प्रकार का धोखाधड़ी है जिसमें स्कैमर्स फोन कॉल, एसएमएस, ईमेल, या मैसेजिंग ऐप्स का उपयोग करके लोगों को धोखे में डालकर उनके बैंक खातों, व्यक्तिगत जानकारी या संवेदनशील डेटा का दुरुपयोग करते हैं।
क्या सभी कॉल स्कैम होती हैं?
नहीं, लेकिन आपको सतर्क रहने की जरूरत है। असली कॉल्स में भी आपको अपनी संवेदनशील जानकारी साझा करने की जरूरत नहीं होती।
ओटीपी (OTP) स्कैम क्या होता है?
स्कैमर्स किसी ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी भेजवाकर आपसे उसे शेयर करने के लिए कह सकते हैं। यदि आप यह ओटीपी दे देते हैं, तो वे आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं।