Bihar Inter Caste Marriage Yojana 2024: शादी पर मिलेंगे 3 लाख रुपये, जानें आवेदन की प्रक्रिया
Bihar Inter Caste Marriage Yojana 2024: बिहार सरकार ने समाज में जातिगत भेदभाव को कम करने और आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए “अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना” की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य जाति प्रथा को समाप्त कर लोगों को जाति से ऊपर उठकर समानता और प्रेम के आधार पर विवाह के लिए प्रेरित करना है।
इस योजना के तहत, यदि कोई व्यक्ति अलग जाति के किसी अन्य व्यक्ति से शादी करता है, तो सरकार उन्हें 2.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह सहायता राशि उन्हें अपना नया जीवन शुरू करने और घर बसाने में मदद करती है। इस प्रकार की शादियों से समाज में एकता बढ़ती है और जातिगत भेदभाव को कम करने में योगदान मिलता है।
Contents
- 1 Bihar Inter Caste Marriage Yojana क्या है?
- 2 Bihar Inter Caste Marriage Yojana के फायदे
- 3 Bihar Inter Caste Marriage Yojana की पात्रता
- 4 Bihar Inter Caste Marriage Yojana के आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- 5 Bihar Inter Caste Marriage Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?
- 6 Bihar Inter Caste Marriage Yojana का महत्व
- 7 सफलता की कहानियां
- 8 भविष्य की योजनाएं
- 9 FAQs
Bihar Inter Caste Marriage Yojana क्या है?
बिहार अंतरजातीय विवाह योजना एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य अलग-अलग जातियों के लोगों के बीच विवाह को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के अंतर्गत, अगर कोई व्यक्ति अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से विवाह करता है, तो सरकार उन्हें 2.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में जातिगत भेदभाव को समाप्त करना और सामाजिक समानता को बढ़ावा देना है। सरकार का मानना है कि अंतरजातीय विवाह से समाज में जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को कम किया जा सकता है, जिससे सामाजिक समरसता में सुधार होगा।
Bihar Inter Caste Marriage Yojana के फायदे
सरकार के द्वारा माना जाता है कि इस योजना के निम्न फायदे हो सकते है –
- आर्थिक सहायता: इस योजना के तहत नवविवाहित जोड़े को 2.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है।
- सामाजिक एकता: विभिन्न जातियों के बीच विवाह से समाज में एकता और मेलजोल बढ़ता है।
- भेदभाव में कमी: जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को कम करने में सहायता मिलती है।
- नई शुरुआत: यह सहायता राशि नए जोड़े को अपना घर बसाने और जीवन की नई शुरुआत करने में मदद करती है।
Bihar Inter Caste Marriage Yojana की पात्रता
- स्थायी निवासी: दूल्हा और दुल्हन, दोनों का बिहार का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।
- उम्र सीमा: दुल्हन की उम्र कम से कम 18 साल और दूल्हे की उम्र 21 साल होनी चाहिए।
- जाति की शर्त: विवाह करने वाले जोड़े में से एक व्यक्ति अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से और दूसरा OBC या सामान्य जाति से होना चाहिए।
- शादी का पंजीकरण: शादी हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के तहत रजिस्टर्ड होनी चाहिए।
- आवेदन समय: शादी के एक साल के भीतर इस योजना के लिए आवेदन करना जरूरी है।
Bihar Inter Caste Marriage Yojana के आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी –
- शादी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट: विवाह का प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
- जाति प्रमाण पत्र: दूल्हा और दुल्हन दोनों का जाति प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
- आधार कार्ड: दोनों का आधार कार्ड आवश्यक है।
- राशन कार्ड: राशन कार्ड की कॉपी जमा करनी होगी।
- निवास प्रमाण पत्र: बिहार का स्थायी निवासी होने का प्रमाण देना होगा।
- जन्म प्रमाण पत्र: दूल्हा और दुल्हन दोनों के जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
- संयुक्त बैंक खाता: दूल्हा-दुल्हन के नाम से संयुक्त बैंक खाता होना चाहिए, जिसकी जानकारी आवेदन में देनी होगी।
- मोबाइल नंबर: संपर्क के लिए मोबाइल नंबर प्रदान करना अनिवार्य है।
Bihar Inter Caste Marriage Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?
आवेदन करने के लिए आपको इन चरणों को फॉलो करना पड़ेगा –
- सबसे पहले बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें।
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी ध्यानपूर्वक भरें।
- सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को फॉर्म के साथ संलग्न करें।
- पूरा किया हुआ फॉर्म और दस्तावेज़ सामाजिक कल्याण विभाग के कार्यालय में जमा करें।
Bihar Inter Caste Marriage Yojana का महत्व
- जाति प्रथा को कमजोर करना: यह योजना जातिगत भेदभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
- सामाजिक एकता को बढ़ावा: विभिन्न जातियों के बीच विवाह से समाज में एकता और भाईचारा बढ़ रहा है।
- आर्थिक सहायता: नवविवाहित जोड़े को दी जाने वाली आर्थिक सहायता उनके नए जीवन की शुरुआत में काफी सहायक होती है।
- मानसिकता में बदलाव: इस योजना से लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव आ रहा है, जिससे वे जाति से परे जाकर विवाह के बारे में सोचने लगे हैं।
सफलता की कहानियां
- राम और सीता की कहानी: राम दलित समुदाय से थे और सीता सामान्य जाति की। उन्होंने इस योजना के तहत विवाह किया और सरकार से मिली आर्थिक सहायता से अपना छोटा व्यवसाय शुरू किया, जिससे उनकी जिंदगी बदल गई।
- अमन और रिया की कहानी: अमन OBC समुदाय से थे और रिया अनुसूचित जनजाति से। शुरू में उनके परिवार इस शादी के खिलाफ थे, लेकिन इस योजना की मदद से उन्होंने विवाह किया और अपने परिवारों को भी मना लिया।
- सुरेश और मीना की कहानी: सुरेश और मीना अलग-अलग जातियों से थे। उन्होंने इस योजना के अंतर्गत विवाह किया और मिली हुई राशि का उपयोग अपनी पढ़ाई पूरी करने में किया।
भविष्य की योजनाएं
- राशि में बढ़ोतरी: सरकार इस योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता को बढ़ाने पर विचार कर रही है।
- ऑनलाइन आवेदन: जल्द ही इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे आवेदन प्रक्रिया और आसान हो जाएगी।
- जागरूकता अभियान: लोगों को इस योजना के बारे में जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा।
- काउंसलिंग सेंटर: अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों की सहायता के लिए काउंसलिंग सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
अन्य मुख्य योजनाएं:
FAQs
बिहार अंतरजातीय विवाह योजना क्या है?
बिहार सरकार की योजना, जिसमें अलग-अलग जातियों के बीच विवाह करने वाले जोड़ों को 2.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इस योजना के तहत कितनी आर्थिक सहायता मिलती है?
नवविवाहित जोड़ों को 2.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद मिलती है।
आवेदन के लिए पात्रता क्या है?
दूल्हा-दुल्हन बिहार के स्थायी निवासी होने चाहिए, और शादी करने वाले में से एक SC/ST और दूसरा OBC या सामान्य जाति से होना चाहिए।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज क्या हैं?
शादी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, संयुक्त बैंक खाता, और मोबाइल नंबर आवश्यक हैं।