UDID Card New Rules 2024: UDID कार्ड में जारी किये गए बदलाव, कार्ड और विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाना हुआ और भी आसान
UDID Card New Rules: भारत में विकलांगजन (PwDs) को समान अधिकार और अवसर दिलाने के लिए सरकार ने समय-समय पर कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं। इन योजनाओं के माध्यम से उन्हें जीवन की कठिनाइयों को कम करने में मदद की जाती है। इसी क्रम में सरकार ने UDID (Unique Disability ID) कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र के लिए नए नियम जारी किए हैं, जिससे विकलांगजनों के लिए लाभप्रद योजनाओं का लाभ उठाना आसान होगा।
इस नए नियम के तहत अब दिव्यांगों को एक ही कार्ड से कई सुविधाएं और लाभ मिल सकेंगे। यूडीआईडी कार्ड विकलांग व्यक्तियों को जारी किया जाने वाला एक विशेष पहचान पत्र है। यह कार्ड न केवल उनकी पहचान का प्रमाण है, बल्कि इसके माध्यम से वे सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं का लाभ भी आसानी से उठा सकते हैं।
नए नियम के मुताबिक, UDID Card और विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बना दिया गया है, जिससे विकलांग व्यक्तियों को अब कम परेशानी का सामना करना पड़ेगा। UDID कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र में नए नियमों के लागू होने से विकलांगजनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
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UDID Card क्या है?
UDID Card यानी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड, भारत सरकार द्वारा विकलांग व्यक्तियों को जारी किया जाने वाला एक विशेष पहचान पत्र है। इस कार्ड में प्रत्येक विकलांग व्यक्ति के लिए 12 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होता है। यूडीआईडी कार्ड का मुख्य उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को एक दस्तावेज प्रदान करना है जिसके माध्यम से वे अपनी पहचान साबित कर सकें और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकें।
UDID कार्ड में लाभार्थी की विकलांगता का प्रकार, प्रतिशत, पहचान संबंधी जानकारी, और आधार कार्ड लिंक जैसी प्रमुख जानकारी दर्ज होती है। यह कार्ड विकलांगजनों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, पेंशन योजनाओं, आर्थिक सहायता, और सार्वजनिक परिवहन में रियायतें पाने में सहायक है। UDID कार्ड ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है, जिससे विकलांगजनों को बार-बार प्रमाण पत्र बनवाने की आवश्यकता नहीं होती।
UDID Card की मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
कार्ड का नाम | Unique Disability ID (UDID) कार्ड |
कार्ड जारीकर्ता | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार |
लक्षित समूह | विकलांग व्यक्ति |
कार्ड का उद्देश्य | विकलांगजनों को पहचान और योजनाओं का लाभ दिलाना |
कार्ड की वैधता | आजीवन |
कार्ड का प्रारूप | स्मार्ट कार्ड (एटीएम जैसा), जिसमें QR कोड शामिल है |
कार्ड की मान्यता | पूरे भारत में मान्य, सरकारी और निजी संस्थानों में पहचान के रूप में मान्य |
UDID Card के लाभ
UDID कार्ड विकलांगजनों के लिए एकल पहचान पत्र के रूप में कार्य करता है और उन्हें विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सहायक है। इसके प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- सरकारी योजनाओं का लाभ: UDID कार्ड के जरिए विकलांगजन केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं, जैसे कि सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, आर्थिक सहायता, और पेंशन योजनाएं।
- शिक्षा और रोजगार में सहायता: शिक्षा में आरक्षण, छात्रवृत्ति, और विकलांगजनों के लिए विशेष रोजगार अवसरों में UDID कार्ड के माध्यम से मदद मिलती है।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: इस कार्ड में व्यक्ति की विकलांगता से जुड़ी संपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी दर्ज होती है, जिससे उन्हें चिकित्सा सुविधाओं में प्राथमिकता मिलती है।
- सार्वजनिक परिवहन में रियायतें: UDID कार्ड दिखाकर विकलांगजन रेल, बस, और अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में रियायतें पा सकते हैं।
- रोजगार में अवसर: यह कार्ड विकलांगजनों को रोजगार में विशेष अवसर प्रदान करता है। कंपनियाँ इस कार्ड के आधार पर विकलांगजन को नियोजन दे सकती हैं और सरकारी पदों पर आरक्षित पदों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
UDID Card के लिए आवेदन प्रक्रिया
UDID कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरकार ने सरल और ऑनलाइन कर दिया है, जिससे विकलांगजन आसानी से इसे प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के मुख्य चरण निम्नलिखित हैं:
- पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन: UDID कार्ड के लिए सबसे पहले UDID पोर्टल पर जाएं। यहां विकलांगजन को अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पता, संपर्क नंबर और आधार नंबर जैसी जानकारी देकर रजिस्ट्रेशन करना होता है।
- फॉर्म भरना: रजिस्ट्रेशन के बाद, आवेदन फॉर्म में विकलांगता से जुड़ी जानकारी भरें, जिसमें विकलांगता का प्रकार, प्रतिशत और चिकित्सीय दस्तावेज शामिल होते हैं।
- दस्तावेज अपलोड करना: फॉर्म में मांगे गए दस्तावेज़ जैसे विकलांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और फोटो को अपलोड करें। सभी दस्तावेज़ स्पष्ट और वैध होने चाहिए ताकि आवेदन अस्वीकार न हो।
- आवेदन सबमिट करना: सभी जानकारी और दस्तावेज़ भरने के बाद आवेदन फॉर्म को पोर्टल पर ऑनलाइन सबमिट करें। इसके बाद एक आवेदन नंबर प्राप्त होगा, जिससे आवेदन की स्थिति (Status) ट्रैक की जा सकती है।
- जांच और कार्ड जारी करना: आवेदन की जांच के बाद, अगर सभी जानकारी सही पाई जाती है तो UDID कार्ड जारी कर दिया जाता है, जिसे आवेदक अपने पते पर प्राप्त कर सकता है।
UDID Card के लिए पात्रता मापदंड
UDID कार्ड के लिए पात्रता निम्नलिखित प्रकार से है:
- विकलांगता का प्रकार: केवल वही व्यक्ति UDID कार्ड के लिए पात्र हैं, जिन्हें किसी प्रकार की शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, या संवेदी विकलांगता है। इस विकलांगता का प्रमाण विकलांग प्रमाण पत्र द्वारा होना चाहिए, जो मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान द्वारा जारी किया गया हो।
- विकलांगता का प्रतिशत: आमतौर पर, 40% या उससे अधिक की विकलांगता वाले व्यक्ति ही UDID कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह प्रतिशत चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा सत्यापित होना चाहिए।
- आयु सीमा: UDID कार्ड के लिए कोई विशेष आयु सीमा नहीं है। यह बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक सभी उम्र के विकलांग व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है।
- भारत का नागरिकता: यह कार्ड केवल भारतीय नागरिकों के लिए ही उपलब्ध है। इसके लिए भारतीय पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या अन्य प्रमाण प्रस्तुत करना आवश्यक है।
- मेडिकल सर्टिफिकेट: आवेदक के पास विकलांगता का प्रमाण पत्र होना चाहिए, जो किसी सरकारी अस्पताल या मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान से जारी हुआ हो।
UDID Card की नई व्यवस्था के मुख्य बिंदु
सरकार ने यूडीआईडी कार्ड और विकलांगता प्रमाणपत्र की नई व्यवस्था में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- रंग-कोडित कार्ड: नए नियम के अनुसार, यूडीआईडी कार्ड अब तीन अलग-अलग रंगों में जारी किए जाएंगे:
- सफेद: 40% से कम विकलांगता
- पीला: 40% से 79% विकलांगता
- नीला: 80% या अधिक विकलांगता
- समय सीमा: चिकित्सा अधिकारियों को अब तीन महीने के भीतर विकलांगता प्रमाण पत्र और यूडीआईडी कार्ड जारी करना होगा
- ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया: UDID कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी गई है, जिससे विकलांगजन अपने घर से आवेदन कर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।
- स्थायी प्रमाणपत्र: अपरिवर्तनीय विकलांगता वाले व्यक्तियों को अब स्थायी प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे।
- डेटाबेस एकीकरण: सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विकलांग व्यक्तियों का एक केंद्रीय डेटाबेस बनाया जाएगा।
अन्य महत्वपूर्ण लेख –
FAQs
नए नियमों के तहत UDID कार्ड के लिए कौन पात्र है?
कोई भी व्यक्ति जिसे डॉक्टर द्वारा विकलांग घोषित किया गया है, वह UDID कार्ड के लिए पात्र है। विकलांगता की सीमा 40% या उससे अधिक होनी चाहिए।
UDID कार्ड प्राप्त करने में कितना समय लगता है?
आवेदन जमा करने के बाद, कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में लगभग 2 से 3 महीने का समय लग सकता है। प्रक्रिया की स्थिति पोर्टल पर भी देखी जा सकती है।
अगर UDID कार्ड खो जाए तो क्या करना चाहिए?
अगर UDID कार्ड खो जाता है, तो UDID पोर्टल पर लॉगिन करके नए कार्ड के लिए पुनः आवेदन किया जा सकता है।