PM Vishwakarma Yojana: अब मिलेगी योजना प्रशिक्षण से 500 रुपये हर दिन एवं ले सकते है 3 लाख रुपये तक का लोन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) को 2024 में लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि उनकी आजीविका में सुधार हो और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। इस योजना के अंतर्गत विभिन्न लाभ दिए जाते हैं, जो कारीगरों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने में सहायक होते हैं
इस लेख में हम आपको योजना से जुडी साड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की आवेदन प्रक्रिया, संपर्क जानकारी, योजना के लाभ एवं अन्य महत्वपूर्ण सूचना पर बात करेंगे।
Contents
PM Vishwakarma Yojana का अवलोकन
योजना की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना |
लॉन्च तिथि | 17 सितंबर 2023 |
बजट | 13,000 करोड़ रुपये |
ऋण राशि | 3 लाख रुपये तक |
ब्याज दर | 5% प्रतिवर्ष |
प्रशिक्षण भत्ता | ₹500 प्रतिदिन |
उद्देश्य | कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता |
लाभ | सब्सिडी, प्रशिक्षण, उपकरण प्रदान करना |
पात्रता | भारतीय नागरिक, विशेष कारीगर समुदाय |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों |
PM Vishwakarma Yojana से संबंधित संपर्क जानकारी
यदि आपने आवेदन किया है लेकिन आपको योजना से संबंधित कोई कॉल प्राप्त नहीं हुआ है, तो आप निम्न माध्यमों से संपर्क कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर : यदि आपकी स्थिति स्पष्ट नहीं होती है, तो आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 18002677777 पर कॉल कर सकते हैं। यह आपको आपके आवेदन की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी देगा।
- ईमेल: आप [email protected] पर ईमेल करके भी अपनी समस्या बता सकते हैं और समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
- स्थानीय अधिकारी: अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर अपने आवेदन की जानकारी प्राप्त करें। वहां के अधिकारी आपकी मदद कर सकते हैं।
- आधिकारिक वेबसाइट पर स्थिति जांचें: सबसे पहले pmvishwakarma.gov.in पर जाकर अपने आवेदन की स्थिति जांचें। यह सुनिश्चित करें कि आपने आवेदन सही तरीके से भरा है और सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड किए हैं।
PM Vishwakarma Yojana के उद्देश्य और लाभ
इस योजना का प्रमुख उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक सहायता देकर उनके उद्योग को सशक्त बनाना है, जिससे वे अपने कौशल को बेहतर बना सकें और आय में वृद्धि कर सकें। यह योजना उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ भारत की परंपरागत कलाओं और शिल्पों को बढ़ावा देने में सहायक है। इसके अंतर्गत दिए जाने वाले प्रमुख लाभ हैं:
- वित्तीय सहायता: सब्सिडी के रूप में सीधे बैंक खाते में राशि जमा की जाती है।
- प्रशिक्षण: कारीगरों को उनके कार्य में सुधार के लिए तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है।
- सामग्री और उपकरण: कम लागत पर आवश्यक सामग्री और उपकरण उपलब्ध कराए जाते हैं।
- कम ब्याज दर: ऋण पर केवल 5% प्रतिवर्ष ब्याज दर लागू होती है।
- उपकरण सहायता: टूलकिट खरीदने के लिए सरकार द्वारा ₹15,000 दिए जाते हैं।
PM Vishwakarma Yojana के लिए पात्रता मानदंड
इस योजना में शामिल होने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड आवश्यक हैं:
- आवेदनकर्ता भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- केवल पारंपरिक कारीगर जैसे लोहार, बढ़ई, बुनकर, मोची आदि पात्र हैं।
- आयु सीमा 18 वर्ष से 40 वर्ष होनी चाहिए।
- परिवार में कोई सरकारी नौकरी न हो
PM Vishwakarma Yojana के लिए आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और सीधी है। आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
ऑनलाइन आवेदन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में ऑनलाइन आवेदन के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- सबसे पहले, योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। वहां आपको आवेदन करने के विकल्प मिलेंगे।
- “Apply Now” विकल्प पर क्लिक करें और एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलेगा। इसमें अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी जैसी आधार भूत जानकारी भरें।
- अपनी जानकारी को दर्ज करने के बाद, “Next” पर क्लिक करें।
- अब आपको अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जानकारी, जैसे कि व्यवसाय का प्रकार, स्थान, और कार्यानुभव भरना होगा।
- सभी आवश्यक जानकारी को भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज़ (जैसे आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, व्यवसाय प्रमाण पत्र) अपलोड करें।
- जानकारी पूरी करने के बाद, फॉर्म की समीक्षा करें और “Submit” बटन पर क्लिक करके आवेदन जमा कर दें।
- आवेदन जमा होने के बाद एक रसीद और आवेदन संख्या प्राप्त करें, जिसका उपयोग भविष्य में आवेदन की स्थिति की जांच करने के लिए किया जा सकता है।
- अगर आवेदन में कोई गलती हो जाती है तो आप सुधार प्रक्रिया के लिए पुनः आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन
यदि आप ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ हैं, तो आप निकटतम जन सेवा केंद्र (CSC) या सरकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इसके तहत निम्नलिखित कदम अपनाएं:
- अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाएं। वहां आपको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का आवेदन फॉर्म मिलेगा।
- फॉर्म को ध्यानपूर्वक पढ़ें और सभी जानकारी जैसे व्यक्तिगत और व्यवसाय संबंधित जानकारी को भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ों की फोटोकॉपी तैयार रखें, जैसे कि आधार कार्ड, पहचान प्रमाण, व्यवसाय प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आदि।
- भरे हुए आवेदन फॉर्म को आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें। जन सेवा केंद्र से आपको एक रसीद और आवेदन संख्या प्राप्त होगी।
- किसी भी तरह की जानकारी या सहायता के लिए आप जन सेवा केंद्र के कर्मचारी से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
PM Vishwakarma Yojana का उद्देश्य और महत्वपूर्ण पहलू
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य भारतीय परंपरागत शिल्प और कारीगरी को संरक्षित करना है। इस योजना के माध्यम से सरकार का प्रयास है कि भारतीय कारीगर अपनी कला को एक नए स्तर पर ले जाएं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनाएं। योजना के कुछ मुख्य पहलू हैं:
- आर्थिक विकास में योगदान: यह योजना आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा है।
- स्वरोजगार को बढ़ावा: योजना कारीगरों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करती है।
- परंपरागत कला का संरक्षण: परंपरागत भारतीय शिल्प को संरक्षित और संवर्धित करना।
अन्य महत्वपूर्ण योजनाए :
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ कौन ले सकता है?
भारतीय नागरिक जो परंपरागत कारीगर समुदाय से हैं, इस योजना के पात्र हैं।
क्या योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता सीधे बैंक में मिलती है?
हां, पात्र कारीगरों को सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा की जाती है।
इस योजना का लाभ किन क्षेत्रों में कार्यरत कारीगर उठा सकते हैं?
लोहार, बुनकर, मोची, बढ़ई, सुनार, कुम्हार और अन्य शिल्पकार इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं।
इस योजना में आवेदन के लिए आयु सीमा क्या है?
योजना में आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गई है।
यदि आवेदन के बाद कोई जानकारी प्राप्त नहीं होती तो क्या करें?
आप योजना के हेल्पलाइन नंबर या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं।