Bihar Land Survey 2024: अब पाएं खोई हुई जमीन को अपने नाम कराने का मौका! देखे पूरी जानकारी
Bihar Land Survey 2024 राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जो 20 अगस्त 2024 से प्रारंभ की गई थी। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य राज्य में भूमि का सही और सटीक रिकॉर्ड तैयार करना है ताकि भूमि विवादों को कम किया जा सके और नागरिकों को उनकी खोई हुई भूमि का पता लगाने में सहायता प्रदान की जा सके।
Contents
- 1 Bihar Land Survey 2024 क्या है?
- 2 Bihar Land Survey 2024 का संक्षिप्त विवरण
- 3 खोई हुई भूमि की पहचान कैसे करें?
- 4 Bihar Land Survey 2024 के दौरान क्या ध्यान में रखना चाहिए?
- 5 Bihar Land Survey 2024 की प्रक्रियाएँ
- 6 खोई हुई भूमि की पहचान के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
- 7 भूमि सर्वेक्षण के बाद क्या होता है?
- 8 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Bihar Land Survey 2024 क्या है?
बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 का उद्देश्य भूमि के सही सीमांकन, उसके स्वामित्व, और भूमि के अधिकारों का पुनः निर्धारण करना है। इस सर्वेक्षण से नागरिक अपनी खोई हुई या अदृश्य जमीन की पहचान कर सकते हैं और उस पर अपना दावा कर सकते हैं। इसके माध्यम से राज्य सरकार भूमि विवादों को हल करने और भूमि संबंधी जानकारी को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
Bihar Land Survey 2024 का संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
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प्रारंभ तिथि | 20 अगस्त 2024 |
कवर किये जाने वाले गाओं | लगभग 45,000 |
नियुक्त किए गए अधिकारी | करीब 10,000 |
मुख्य उद्देश्य | भूमि का सीमांकन, अधिकार और रिकॉर्डिंग |
लागू क्षेत्रों की संख्या | सभी जिलों और क्षेत्रों में |
दस्तावेज़ आवश्यक | जमीन के स्वामित्व संबंधी कागजात, आधार कार्ड |
लाभार्थी | सभी भूमि धारक, जिनकी भूमि का रिकॉर्ड नहीं है |
ऑनलाइन पोर्टल | भूमि रिकॉर्ड का डिजिटल पोर्टल |
हेल्पलाइन नंबर | 18003456215 |
खोई हुई भूमि की पहचान कैसे करें?
अगर आपके पास जमीन है लेकिन उसका रिकॉर्ड आपके पास नहीं है या किसी कारणवश वह भूमि रिकॉर्ड में नहीं दिख रही है, तो इस सर्वेक्षण के माध्यम से आप उसे पुनः प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा:
- अपनी जमीन से संबंधित पुराने दस्तावेज़ों को तैयार रखें।
- सर्वेक्षण अधिकारी के साथ समन्वय बनाएं और उनके साथ भूमि का सीमांकन सुनिश्चित करें।
- अगर आपके पास सीमांकन से संबंधित कोई सबूत हैं, तो उसे पेश करें।
Bihar Land Survey 2024 के दौरान क्या ध्यान में रखना चाहिए?
- सर्वेक्षण के दौरान सरकारी अधिकारी आपकी भूमि की जाँच करेंगे। इसलिए सही जानकारी देना ज़रूरी है।
- सर्वेक्षण अधिकारी को आपके भूमि स्वामित्व के दस्तावेज़ों की कॉपी प्रस्तुत करें।
- जमीन के सीमांकन के दौरान यदि कोई विवाद हो, तो उसे वहीं स्पष्ट करें।
Bihar Land Survey 2024 की प्रक्रियाएँ
- भूमि सीमांकन: सर्वेक्षण अधिकारी भूमि का सीमांकन करेंगे और उसकी सीमा चिन्हित करेंगे।
- रिकॉर्डिंग: सर्वेक्षण के बाद भूमि के रिकॉर्ड को राज्य के डिजिटल सिस्टम में डाला जाएगा।
- अधिकार निर्धारण: भूमि का स्वामित्व किसके पास है, इसका निर्धारण होगा और नए दस्तावेज़ जारी किए जाएंगे।
- प्रमाणीकरण: भूमि के नए दस्तावेज़ जारी होने पर आपको इसकी सूचना दी जाएगी।
खोई हुई भूमि की पहचान के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
- भूमि स्वामित्व का प्रमाण
- पुरानी रसीदें या दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- अन्य सरकारी पहचान पत्र
भूमि सर्वेक्षण के बाद क्या होता है?
सर्वेक्षण के बाद आपकी जमीन का रिकॉर्ड राज्य सरकार के डिजिटल पोर्टल में दर्ज किया जाएगा। इसके बाद आपको एक अद्यतित भूमि प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा, जो आपके जमीन के स्वामित्व का प्रमाण होगा।
अन्य महत्वपूर्ण योजनाए :
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 कब शुरू हुआ?
यह 20 अगस्त 2024 से शुरू हुआ।
क्या यह सर्वेक्षण सभी जिलों में लागू होगा?
हां, यह बिहार के सभी जिलों में लागू होगा।
भूमि सर्वेक्षण के लिए आवश्यक दस्तावेज़ क्या हैं?
आवश्यक दस्तावेज़ों में भूमि स्वामित्व प्रमाण, आधार कार्ड, और अन्य पहचान पत्र शामिल हैं।
क्या भूमि सर्वेक्षण के बाद नए दस्तावेज़ मिलेंगे?
हां, सर्वेक्षण के बाद आपको नए भूमि स्वामित्व दस्तावेज़ जारी किए जाएंगे।
अगर मेरी जमीन का रिकॉर्ड नहीं है, तो क्या मैं सर्वेक्षण के दौरान उसे पा सकता हूँ?
हां, आप अपनी जमीन का रिकॉर्ड पुनः प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते आपके पास जमीन के स्वामित्व के पुराने प्रमाण हों।